Lekhny Story -13-Mar-2024
अपने दिल के जज्बातों को बेटी कहाँ समझ पाई है। माँ पापा के खातिर एक नई दुनिया बसाई हैं।
देख खुशी उनके होठों पर, दर्द में भी मुस्कुराई हैं। उनकी पसंद के साथ के लिए अपनी चाहत भुलायी हैं। माँ पापा के खातिर एक नई दुनिया बसाई हैं।
दर्द के मंजर मे भी हंसी होठों पर सजायी हैं। उनकी खुशी और इज्ज़त का सोच मोहब्बत से की बेवफाई हैं। माँ पापा के खातिर एक नई दुनिया बसाई हैं।
अपने अरमानों का कत्ल कर, किसी और के नाम की मेहंदी रचाई हैं। टुटे दिल के टुकड़े समेट, अंजानो से नये रिश्ते सजाएं हैं। माँ पापा के खातिर एक नई दुनिया बसाई हैं।
मजबूरियों की बेड़ियों ने किसी और किसी दुल्हन बनाई है। माँ पापा के खातिर आज फिर एक बेटी ने अपनी मोहब्बत लुटाई हैं।
Writer_Sheetal☺️
Varsha_Upadhyay
16-Mar-2024 10:56 PM
Nice
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Gunjan Kamal
15-Mar-2024 01:07 PM
👌👏
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Mohammed urooj khan
15-Mar-2024 01:05 PM
👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾👌🏾
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